जायसी सूफी (प्रेमाश्रयी/प्रेममार्गी) कवि थे । उनका पूरा नाम मलिक मुहम्मद जायसी था । उनका जन्म सन्1492 में जायस नगर में हुआ था । ‘पद्मावत’ उनकी प्रसिद्ध पुस्तक है । ‘पद्मावत’ में राजा रतनसेन और पद्मावती की प्रेम-कथा है । रतन सेन चित्तौड़ का राजा था और पद्मावती सिंघल द्वीप (श्रीलंका) की राजकुमारी। ‘पद्मावत’ अवधी बोली में लिखी गई है।
जायसी
के विचार :
1. प्रेम
संबंधी विचार—मानुस पेम भयउ बैकुंठी।
नाहिं त काह छार भरि मूठी।
2. गुरु
संबंधी विचार— गुरु सुआ जेहि पंथ दिखावा बिनु
गुरु कृपा को निरगुन पावा।
3. ब्रह्म
संबंधी विचार— पद्मावती
ईश्वर का प्रतीक है और रतनसेन जीव (मनुष्य) का।
4. जायसी
नागमती का वियोग वर्णन के लिये प्रसिद्ध हैं।
5. नागमती
के वियोग वर्णन में बारहमासा का प्रयोग है।
6. बारहमासा
वियोग के दुःख को बताने वाला एक काव्य है।
7. पद्मावत
मसनवी (सूफी) शैली का काव्य है ।