अज्ञेय का पूरा नाम सच्चिदानंद हीरानंद वात्स्यायन था ।
उनके पिता हीरानंद शस्त्री एक पुरातत्त्ववेत्ता
थे । अज्ञेय का जन्म कुशीनगर (उत्तर प्रदेश) के पुरातत्त्व शिविर में सन् 1911 ई.
में हुआ था ।
उन्होंने 1929 में विज्ञान में स्नातक तक
शिक्षा प्राप्त की । उसके बाद उनके संबंध क्रांतिकारियों से हो गए और वे स्वतंत्रता
आंदोलन में सक्रिय हो गए । द्वितीय विश्व युद्ध के समय अज्ञेय ब्रीटिश सेना में
भर्ती हुए और पूर्वोत्तर भारत पर जापान की
सेना के विरुद्ध मोर्चे पर तैनात रहे । उन्होंने कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय और जोधपुर
विश्वविद्यालय में अध्यापन भी किया और आल
इंडिया रेडियो से भी जुड़े रहे ।