शुक्रवार, 30 सितंबर 2022

हिंदी भाषा का नामकरण और क्षेत्र-विस्तार

 हिंदी भाषा का नामकरण और क्षेत्र-विस्तार

हिंदी भाषा का अर्थ-
·       हिंदी भाषा का अर्थ है हिंद की भाषा।  
·       हिंद  फारसी भाषा का शब्द है ।
·       फारसी में  का उच्चारण  होता है।
·       भारत में बहने वाली सिंधु नदी को फारस (ईरान) के लोगों ने हिंदु कहा और उसके क्षेत्र को हिंद ।
·       सिंधु नदी का क्षेत्र ईरान के अधिक पास था । ईरानी लोग इसी क्षेत्र के निवासियों के द्वारा भारत के संपर्क में आये। इसलिए वे सिंधु नदी के पूरब और दक्षिण के पूरे क्षेत्र को हो हिंद कहने लगे ।
·       भारत का एक पुराना नाम हिंद या हिंदुस्तान (हिंदु-स्थान) भी है ।
·       हिंदी हिंद (भारत) की भाषा का नाम है ।

हिन्दी : बातचीत पहला दिन

 केशव : नमस्ते[1] 

राधा : नमस्ते ।
केशव: मैं केशव हूँ ।
राधा : जी, मेरा नाम राधा है ।
केशव : मैं एक अध्यापक हूँ । आप क्या करती हैं ?
राधा : मैं एक छात्रा हूँ। हिंदी सीखने भारत आई हूँ।
केशव : आपके देश का नाम क्या है ?
राधा : मेरे देश का नाम जर्मनी है ।
केशव : क्या आप जर्मन छात्रा[2] हैं ?
राधा : जी , मैं एक जर्मन विद्यार्थी हूँ ।
केशव : क्या राधा आपका भारतीय नाम है ?
राधा : जी हाँ। राधा मेरा भारतीय नाम है।
केशव : मैं एक भारतीय अध्यापक हूँ । क्या आपको भारत आने में कोई परेशानी हुई ?
राधा : जी नहीं, मुझे कोई परेशानी नहीं हुई ।
केशव : भारत में आपका स्वागत है।
राधा : धन्यवाद ।
केशव : ठीक है। फिर मिलेंगे ।
राधा : नमस्ते।
केशव : नमस्ते।





[1] प्रणाम/नमस्कार/सुप्रभात (सुबह)
[2] छात्रा/विद्यार्थी, अध्यापिका, पर्यटक

कारक और परसर्ग

 कारक और परसर्ग

कारक
चिह्न
उदाहरण
कर्ता कारक
ने
1.       राम ने रोटी खाई।
2.       मैं घर जाता हूँ।
कर्म कारक
को
3.       राम ने रावण को मारा।
4.       मैंने आपको देखा।
करण कारक
से/के द्वारा
5.       वह कलम से लिखता है।
6.       वह बस से घर गया। 
सम्प्रदान कारक
को/ के लिए
7.       उसने राम को पैसे दिए।
8.       शिक्षक ने छात्रों को शिक्षा दी। 
अपादान कारक
से अलग
9.       गंगा हिमालय से निकलाती है।
10.   वह घर से आता है।
संबंध कारक
का
की
 के
 रा
री
रे
 ना
नी
ने
11.   यह राम का घर है।
12.   राम के पिता कल आयेंगे।
13.   यह उसकी कलम है।
14.   तुम्हारा नाम रेखा है।
15.   तुम्हरे घर में कौन-कौन है?
16.   तुम्हारी माँ कब आएँगी?
17.    तुम अपना काम करो।
18.   तुम अपनी कलम मुझे दो। 
19.    मैं अपने घर जाता हूँ।
अधिकरण कारक
में, पर
20.   हम कक्षा में हैं।
21.   वह हिमालय पर चढ़ता है।
संबोधन
हे, ऐ
22.   हे सीता ! तुम घर जाओ
23.   ऐ लड़के इधर आओ।